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गर्भावस्था में फॉलिक एसिड का महत्तव

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फॉलिक एसिड की कमी गर्भवती मां और होने वाले बच्चें के स्वास्थय के लिए हानिकारक है। यह एक महत्वपूर्ण प्रसवपूर्व विटामिन है। गर्भावस्था के दौरान फोलिड एसिड के काफी लाभ हैं जो इस प्रकार हैं: 

गर्भवती महिला को खाने में विटामिन, मिनरल और अन्य पोषक तत्वों के साथ ही फोलिक और आयरन लेना सबसे ज्यादा आवश्यक होता है।

गर्भावस्था में फोलिक एसिड और आयरन की आवश्यकता सामान्य से 50 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।

गर्भावस्था के दौरान फोलिक एसिड का नियमित सेवन न करने से गर्भवती महिला को रक्त अल्पतता हो सकती है।

शुरूआती दिनों में फोलिक एसिड का अधिक सेवन करने से गर्भावस्था के आने वाले दो-तीन महीनों में इसकी आपूर्ति होती है। ऐसे में शुरूआती समय में ही फोलिक एसिड और आयरन भरपूर मात्रा में लेना चाहिए।

फोलिक एसिड गर्भावस्था के दौरान और बाद में गर्भपात, समयपूर्व प्रसव और जन्म विकार रोकने के लिए आवश्यक है।

गर्भावस्था से पहले और इसके दौरान फॉलिक एसिड का रोज सेवन बच्चे के मस्तिष्क के विकास में सहायक है।

फॉलिक एसिड के खाद्य स्त्रोत: फॉलिक एसिड का सबसे महत्वपूर्ण स्त्रोत 100% फॉर्टिफाइड अनाज है। आधा कप फॉर्टिफाइड अनाज 133 माइक्रोग्राम फॉलिक एसिड प्रदान करता है।

 

अन्य स्त्रोतों में गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे पालक, कॉलार्ड ग्रीन्स, शलजम की पत्तियाँ, रोमेन लेंटिस, सरसों की पत्तियाँ, मसूर, बीन्स, मटर, साइट्रस फल जैसे संतरे, चकोतरा, पपीता और स्ट्रॉबेरी, बीज और मेवे जैसे सूरजमुखी के बीज, पटसन के बीज, बादाम आदि।

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