Home | आयुर्वेद संग्रह | आयुर्वेदिक बटी | शिलाजित्वादि बटी (स्वर्णयुक्त)

Sections

Newsletter
Email:
Poll: Like Our New Look?
Do you like our new look & feel?

शिलाजित्वादि बटी (स्वर्णयुक्त)

Font size: Decrease font Enlarge font

गुण व उपयोग: इस बटी के सेवन से पांडु, इन्द्रिय, शिथिलता, कुष्ठ, टट्टी और पेशाब के साथ वीर्य निकलना, जवर, रक्तपित्त, रक्तप्रदर, प्लीहा, अर्श, भगन्दर, शुक्रदोष, वीर्य की क्षीणता, स्वप्नदोष आदि शुक्र संबंधी रोग नष्ट होते हैं। यह बल-वीर्य वर्द्धक भी है। स्वर्ण युक्त होने के कारण यह बटी शीघ्र व उत्तम परिणाम देती है।

मात्रा व अनुपान: 1 से 2 गोली, दिन में दो बार अनार का रस, दूध अथवा पानी के साथ।

Rate this article
1.00