Sections
- प्राकृतिक खेती
- Transformations
- श्रीमद्भगवद्गीता
- योग
- हिन्दी भाग
- पशु पालन
- आयुर्वेद संग्रह
- स्वास्थ्य
- आहार विज्ञान
- कटाई, सिलाई और कढ़ाई (Cutting, Tailoring & Embroidery)
- News
- General
- Quotes
- CAREER TIPS
- The Days
- Festivals
- Herbal Plants
- The Plants
- Livestock
- Health
- Namology
- The Marriage
- Improve Your G.K.
- General Knowledge
- TERMINOLOGY
- Downloads
- Recipes
- World Transforming Personalities
- Geography
- Minerals
- World at a Glance
Poll: Like Our New Look?
Do you like our new look & feel?
अग्निसन्दीपन रस
गुण व उपयोग: अग्निसन्दीपन रस मन्दाग्नि, अजीर्ण, अम्लपित्त, शूल और गोला आदि में सेवन से उत्तम लाभ प्रदान होता है। यह पाचन तन्त्र को ठीक करता है। इय रसायन से पाचकाग्नि की शिथिलता दूर हो पुन: उसमें चेतना आ जाती है। अधिकया गरिष्ठ भोजन करने से अजीर्ण हो गया हो, तो इस रस की 2-3 गोली खा लेने से भोजन जल्दी पच जाता है। इसके सेवन से अम्लपित्त में मुँह खट्टा या कड़वा पानी आना बन्द हो जाता है और अन्न का परिपाक भली-भान्ति खा लेने से दर्द बन्द हो जाता है।
मात्रा व अनुपान: 1-1 गोली, सुबह-शाम भोजन के बाद गर्म पानी के साथ।
Rate this article