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कुमारकल्याण घृत

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गुण व अनुपान: - इसके सेवन से बल, वर्ण, रूचि, जठराग्नि, मेधा और कांति बढ़ती है। दाँत आने के समय बालकों को इसके सेवन कराने से बिना तकलीफ के दाँत निकल आते हैं।

मात्रा व अनुपान: - 3 से 6 ग्राम, गर्म दूध में डाल कर पिलाएं व बच्चों में आयु अनुसार।

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