Sections

Newsletter
Email:
Poll: Like Our New Look?
Do you like our new look & feel?

अग्निमुख चूर्ण

Font size: Decrease font Enlarge font

गुण व उपयोग - यह चूर्ण दीपन-पाचन है। यह खट्टी डकारें आना, गुल्म, श्वास, अरूची उदरशूल, मन्दाग्नि, जी मिचलाना या मुँह में पानी भर जाना, भूख न लगना आ​दि विकारों को नष्ट करता है। भोजन को अच्छी तरह पचा कर क्षुधा की वृ​द्धि करता है। विशेषतय: उदर वायु पचाकर क्षुधा की वृ​द्धि करता है।

मात्रा व अनुपान - 2 से 4 ग्राम, भोजन के बाद सुबह-शाम पानी के साथ।

Rate this article
0