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दाड़ीमास्टक चूर्ण

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गुण व उपयोग - यह आमातिसार, अग्निमान्द्य, अरूचि, खाँसी, हृदय की पीड़ा, पसली का दर्द, ग्रहणी एवं गुल्म रोग आदि में लाभ करता है।

मात्रा व अनुपान - 2 से 3 ग्राम, दिन में दो बार गर्म पानी के साथ।

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