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संगयहूद भस्म (हजरूल्यहूद)

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गुण व उपयोग: यह अश्मरी नाशक व मूत्रल है। मूत्र रूकावट को दूर करती है। सामान्य आकार की पत्थरी इसके कुछ लगातार सेवन से पेशाब के रास्ते गलकर बाहर आ जाती है। संगयहूद भस्म 500 मिलीग्राम को यवक्षार 500 मिलीग्राम के साथ मिला गोक्षुरादि क्वाथ के साथ देने से पत्थरी गलकर बाहर आ जाती है।

मात्रा व अनुपान: 250 से 500 मिलीग्राम, नारीयल पानी या अश्मरीनाशक क्वाथ के साथ।

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