Sections

Newsletter
Email:
Poll: Like Our New Look?
Do you like our new look & feel?

खदिरारिष्ट

Font size: Decrease font Enlarge font

गुण व उपयोग: - इसके सेवन से सभी प्रकार के चर्म रोगों में लाभ मिलता है। इसका उपयोग लाल और काले कोढ़ के चकते, रक्तविकारजन्य ग्रन्थि, रक्तविकार, वातरक्त, विसर्प, व्रण, सूजन, नाहर रोग, गण्डमाला, अर्बुद, “वेत ‌‌‌कुष्ठ रोग, कपाल‌‌‌कुष्ठ, औदुम्बरादि महा‌‌‌कुष्ठ, खुजली, मण्डल-‌‌‌कुष्ठ, दाद, क्षुद्र कोढ़ ओर रोग आदि में किया जाता है। सह रक्त को साफ करने वाला है।

मात्रा व अनुपान: - 10 से 20 मिलीलीटर, दिन में दो बार, भोजन के बाद बाराबर पानी के साथ।

Rate this article
0