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शरीर निर्माणात्मक भोज्य तत्व - खनिज तत्व; Body Building Nutrient – Mineral Elements
सरोज बाला, कुरूक्षेत्र (हरियाणा)
किसी जन्तु अथवा किसी वनस्पति के जलाने पर भस्म ‘शेष’ बचती है उसे खनिज तत्व कहते हैं। ये अकार्बनिक तत्व (इनमें कार्बन नहीं होती) हमें प्रकृति से प्राप्त होते हैं। हमारे शरीर का कुल 4% भाग ही इन पदार्थों से बनता है। ‘शेष’ 96% भाग कार्बनिक यौगिकों जिनमें कार्बन, जिनमें कार्बन हाइड्रोजन, ऑक्सीजन तथा नाइट्रोजन (कार्बोज, प्रोटीन तथा वसा) होते हैं, से बना होता है।
शरीर में इन लवणों की इतनी कम मात्रा में उपस्थिति होने पर भी इनका महत्व बहुत अधिक है। खनिज तत्वों का संष्लेशण शरीर में नहीं हो सकता इसलिए आहार में इनका होना आवश्यक हैं -
1. कैल्शियम, 2. फास्फोरस, 3. पोटाशियम, 4. सल्फर, 5. सोडियम, 6. क्लोरीन, 7. मैग्निशियम, 8. लोहा, 9. मैंग्नीज, 10. तांबा, 11. आयोडिन, 12. कोबाल्ट, 13. जिंक, 14. एल्यूमिनियम, 15. फलोरीन, 16. आसेंनिक, 17. निकल, 18. ब्रोमीन, 19. क्रोमियम, 20. कैडमियम, 21. सेलेनियम, 22. सिलिकन, 23. बेनेडियम, 24. मौलिबिडनम आदि।
खनिज लवणों का वर्गीकरण, Classification of Minerals
खनिज लवणों का वर्गीकरण तीन प्रकार से किया जा सकता है -
01. अधिक मात्रा में मिलने वाले खनिज लवण अर्थात् मेजर तत्व (Major Mineral Elements)।
02. कम मात्रा में मिलने वाले खनिज लवण अर्थात ट्रेस खनिज तत्व (Trace Mineral Elements)
03. अत्यधिक न्यून मात्रा में मिलने वाले खनिज तत्व (Micro Mineral Elements)।
(1) मेजर खनिज तत्व (Major Mineral Elements) - शरीर में इन खनिज तत्वों की अधिक मात्रा होती है जैसे कैल्शियम की शरीर में उपस्थिति कुल खनिज तत्वों से आधी है। फास्फोरस की मात्रा कुल तत्वों का एक चौथर्इ भाग है। इस समूह में निम्नलिखित खनिज तत्व आते हैं।
मेजर तत्व |
शरीर में उपस्थित (%) |
कैल्शियम (Calcium) |
2% |
फास्फोरस (Phosphorus) |
1% |
पोटाशियम (Potassium) |
0.35% |
सल्फर (Sodium) |
0.25% |
सोडियम (Sodium) |
0.15% |
क्लोरीन (Chlorine) |
0.15% |
मैग्निशियम (Magnesium) |
0.05% |
(2) ट्रेस खनिज तत्व (Trace Mineral Elements) - शरीर में, इन खनिज तत्वों की कम मात्रा होती है। जैसे लोहा, तांबा, आयोडीन व मैग्नीज।
ट्रेस तत्व |
शरीर में उपस्थिती % |
लोहा (Iron) |
0.004% |
मैंग्नीज़ (Manganese) |
0.0003% |
तांबा (Copper) |
0.00015% |
आयोडिन (Iodine) |
0.00004% |
(3) अत्यधिक न्यून खनिज तत्व (Micro Mineral Elements): इस वर्ग में कोबाल्ट, जिंक, एल्यूमिनियम, फलोरीन, आर्सेनिक, निकल, ब्रोमीन, क्रोमियम, सेलेनियम, सिलिकन, बेनेडियम, मौलिबिडनम आदि आते हैं। इनमें से कोबाल्ट, जिंक तथा फलोरीन शरीर के लिए आवश्यक तत्व माने गये हैं। कुछ तत्वों की मात्रा तथा शरीर में उनके कार्यों के बारे में अभी अनुसंधान हो रहे हैं।
खनिज तत्व हमारे शरीर में तीन रूपों में पाए जाते हैं -
1. स्वतन्त्र रूप में प्रत्येक कोशिका में।
2. कार्बनिक यौगिकों के साथ संयुक्त रूप में जैसे फास्फो-प्रोटीन, फास्फो-लिपिड तथा हीमोग्लोबिन आदि।
3. खनिज लवणों या यौगिकों के रूप में काम करने से एक खनिज की कमी से दूसरे खनिज की क्रियाषीलता प्रभावित होती है। भोजन में कैल्शियम, लोहा तथा आयोडीन की पूरी मात्रा मिलने से अन्य खनिज तत्वों की कमी प्राय: नहीं होती । इसलिए आहार में इन तीन खनिज पदार्थों का पूरी मात्रा में समावेष करना आवश्यक है।
खनिज पदार्थों की प्राप्ति के साधन (Sources of Minerals) - खनिज पदार्थ मुख्यता दूध तथा दूध से निर्मित पदार्थ, हरी पत्तेदार सब्जियों, अण्डा, विभिन्न अनाजों, दालों, सूखे मेवे, साधरण नमक, गहरे तथा मीठे पदार्थों, प्याज, समुद्री मछलियाँ आदि में पाये जाते हैं।