Sections
- प्राकृतिक खेती
- Transformations
- श्रीमद्भगवद्गीता
- योग
- हिन्दी भाग
- पशु पालन
- आयुर्वेद संग्रह
- स्वास्थ्य
- आहार विज्ञान
- कटाई, सिलाई और कढ़ाई (Cutting, Tailoring & Embroidery)
- News
- General
- Quotes
- CAREER TIPS
- The Days
- Festivals
- Herbal Plants
- The Plants
- Livestock
- Health
- Namology
- The Marriage
- Improve Your G.K.
- General Knowledge
- TERMINOLOGY
- Downloads
- Recipes
- World Transforming Personalities
- Geography
- Minerals
- World at a Glance
Poll: Like Our New Look?
Do you like our new look & feel?
दिशाएं - उनके तत्व, स्वामी एवं ग्रह
शरीर पंचभूत से बना है। ये पंचभूत हैं - जल, वायु, अग्नि, पृथ्वी एवं आकाश। इसी पंचभूत से पूरा ब्राह्मण्ड बना है। मृत्यु के बाद जीव इसी पंचभूत में विलीन हो जाता है।
किसी भी भवन की चार मुख्य व चार उप दिशाएं होती हैं। ये दिशाएं उनके तत्व, स्वामी व ग्रह के साथ इस प्रकार हैं।
क्रम संख्या |
दिशा |
तत्व |
स्वामी |
ग्रह |
1 |
उत्तर |
जल |
कुबेर |
बुध |
2 |
उत्तर-पूर्व - ईशान कोण |
जल |
भगवान |
बृहस्पति |
3 |
पूर्व |
जल |
इन्द्रदेव |
सूर्य |
4 |
दक्षिण-पूर्व - आग्नेय कोण |
अग्नि |
अग्निदेव |
शुक्र |
5 |
दक्षिण |
पृथ्वी |
यमदेव |
मंगल |
6 |
दक्षिण- पश्चिम -नैऋत्य कोण |
पृथ्वी |
नैऋत्य देव |
राहू |
7 |
पश्चिम |
जल |
वरूणदेव |
शनि |
8 |
उत्तर-पश्चिम - वायव्य कोण |
वायु |
वायुदेव |
चन्द्रमा |
9 |
केन्द्र |
आकाश |
ब्रह्मा |
बृहस्पति |
Rate this article