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भू-खण्ड की नींव की खुदाई
हमेशा ही भूखण्ड की नींव की खुदाई उत्तर-पूर्व से शुरू करनी चाहिए व दक्षिण-पश्चिम में समापन करना चाहिए। ऐसा करने से घर बनाने में बाधाएं कम आयेंगी।
1. सबसे पहले उत्तर-पूर्व से खुदाई करते हुए पूर्व तक करें।
2. फिर पूर्व से हट कर दोबारा उत्तर-पूर्व में आएं व उत्तर दिशा तक की खुदाई करें।
3. उत्तर से उत्तर-पश्चिम तक की खुदाई करें।
4. उत्तर- पश्चिम से पश्चिम दिशा तक खुदाई करें।
5. इसके बाद पश्चिम को छोड़ दें व पूर्व में जाकर पूर्व से दक्षिण-पूर्व तक की खुदाई करें।
6. फिर दक्षिण-पूर्व से दक्षिण तक करें।
7. दक्षिण में खुदाई रोक कर पश्चिम में जा कर पश्चिम से दक्षिण-पश्चिम तक खुदाई करें।
8. सबसे आखिर में दक्षिण से दक्षिण-पश्चिम तक खुदाई करें।
यदि यह नियम भी पूरा नही किया जाता है तो इस बात का ध्यान रखें कि खुदाई हमेषा ही उत्तर-पूर्व से शुरू हो व दक्षिण-पश्चिम में समाप्त हो। ऐसा न करने से आप देखेंगे कि आपके पास घर बनाने के साधन होते हुए भी आपका घर बनने का नाम नही ले रहा है। कभी आपके मजदूर काम छोड़कर भाग गये हैं तो कभी आपका मिस्त्री भाग गया है। किसी से भी झगड़ा हो सकता है व आपका कार्य रूक सकता है। यदि आपका भूखण्ड बंटवारे का है तो आपके परिवार का अन्य सदस्य आकर कह सकता है कि यह मेरे हिस्से में है। अत: यहाँ पर घर मैं बनाउंगा। आपके साथ कोर्ट-कचहरी का कार्य बढ़ सकता है।