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भवन का ऊँचा या नीचा होना
किसी भी भवन में कौन सा हिस्सा ऊँचा या नीचा हो, यह हमारी जिन्दगी में काफी भूमिका निभाता है। ऊँचा या नीचा हिस्सा करने से भवन की सौन्दर्य बढ़ जाता है। इसलिए कई बार अपने घर का सौन्दर्य बढ़ाने के लिए हम घर को कहीं से ऊँचा व कही से नीचा कर लेते हैं ताकि हमारा घर देखने में अच्छा लगे। यदि गलत जगह से ऊँचा या नीचा करेंगे तो यह हमारी जिन्दगी में अचानक ही अच्छे व बुरे परिणाम देगा। ऊँचा या नीचा थल व छत दोनों से ही देखा जाता है।
1. उत्तर व दक्षिण: यदि दोनों दिशाओं की ऊँचाई बराबर है तो अच्छा है। फिर भी यदि आप भवन में ऊँचाई देना चाहते हैं तो याद रहे उत्तर का हिस्सा दक्षिण की तुलना में जितना कम ऊँचा रहेगा तो यह उतना ही अच्छा रहेगा। यह शुभ फल देगा, जैसे कि घर में धन या व्यवसाय का आगमन आसान होगा। घर में धन की स्थिरता ज्यादा देखने को मिलेगी। इसके विपरीत यदि आप दुर्भाग्यवश दक्षिण का हिस्सा नीचा कर लेते हैं तो यह बहुत बुरा होगा जैसे कि आमदनी अठ्ठनी, खर्चा रूपया, धन का आगमन थोड़ा मुस्किल से होगा, खर्चा ज्यादा होगा (धन आएगा जरूर लेकिन जाएगा बहुत तेजी से व कहाँ खर्च हुआ, पता नही चलेगा)।
2. उत्तर-पूर्व व दक्षिण-पश्चिम: किसी कारण या कीमत पर उत्तर-पूर्व का हिस्सा दक्षिण-पश्चिम से ऊँचा नही होना चाहिए नही तो यह जिन्दगी में बहुत बुरे परिणाम देगा जैसे कि सुख-समृधि की बहुत कमी, अच्छा-भला व्यवसाय पीडि़त होगा, स्वास्थ्य में हानि, रिस्तों में खट्टास, पढ़ाई-लिखाई की समस्या अचानक आ जाएगी।
3. पूर्व व पश्चिम: पूर्व का हिस्सा पश्चिम की तुलना में नीचा होना चाहिए ये बराबर हों या फिर पश्चिम का हिस्सा ऊँचा होना चाहिए। यदि आप पूर्व का हिस्सा ऊँचा कर लेते हैं तो सुख-समृधि में कमी आ जाएगी। घर के मुखिया की सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी आ जाएगी। बच्चों की षिक्षा पीडि़त होनी शुरू हो जाएगी। रिस्तों में दिक्कत आनी शुरू हो जाएगी।
4. दक्षिण-पूर्व व उत्तर-पश्चिम: ये दोनों दिशाएं यदि बराबर हैं तो बहुत अच्छा है। यदि फिर भी ऊँचाई बढ़ाना चाहते हैं तों किसी हद तक आप दक्षिण-पूर्व में ही थोड़ी ऊँचाई बढ़ा सकते हैं।
यदि आप उत्तर-पश्चिम को दक्षिण-पूर्व की तुलना में ज्यादा नीचा कर लेते हैं तो आपके जीवन में रिस्तों की दिक्कत आ जाएगी जैसे शादी में अड़चने, परिवार में रिस्ते थोड़े से खट्टास में आ जाएंगे, जिन्दगी में सुअवसरों की सम्भावना में भी कमी आ जाएगी।
यदि आप दक्षिण-पूर्व का हिस्सा उत्तर-पश्चिम की तुलना में ज्यादा नीचा करेंगे तो महिलाओं खासकर बढ़ी उम्र की महिलाओं के स्वास्थय में कमी आएगी, मध्यम उम्र के लड़के शारीरिक, मानसिक व आजीविका प्रभावित होनी शुरू हो जाएगी।
5. केन्द्र: यदि किसी घर में केन्द्र ऊँचा है तो यह बहुत-बहुत बुरा, खतरनाक है। यदि आप केन्द्र को किसी भी कारण जैसे कि छत्त के उपर केन्द्र में एक कमरा बना लेते हैं या पानी की टैंकी रख लेते हैं तो सुख-समृधि की कामना करना मुस्किल हो जाएगा। उस घर में पेट की बीमारीयाँ रहेंगी।