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घर के कमरे
1. उत्तर
वरियता के हिसाब से यह घर के मुखिया का कमरा नही हो सकता है। यदि आपके पास उत्तर में कमरा है तो इसे बच्चों को दें खासतौर पर बिनब्याहे, बेरोजगार व पढ़ने-लिखने वाले बच्चे व ऐसे बच्चे जो रोजगार कर रहे हों। घर के मुखिया को यह कमरा लाभदायक नही होगा।
2. उत्तर-पूर्व
यह केवल और केवल बच्चों की दिशा है। इसलिए यह कमरा बच्चों खासतौर पर संघर्षरत नौजवान बच्चों लिए अच्छी दिशा है। जैसा कि यह गुरू (ज्ञान) की दिशा है जो बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, उनके रोजगार में सहायता करती है। यदि आप इस कमरे में मन्दिर भी बनाते हैं तो यह बच्चों के लिए आदर्श स्थिती है। कुछ हद यह कमरा आप बड़े-बुजुर्गों जैसे कि दादा-दादी, नाना-नानी को दे सकते हैं बसर्ते कि वे घर के मुखिया न हों। इससे उनका स्वास्थ्य ठीक रहेगा। इसको कभी भी घर के मुखिया को न दें।
3. पूर्व
घर में यह एक पवित्र स्थान है। यहाँ पर आप मन्दिर बना सकते हैं। इस दिशा वाला कमरा बच्चों को दे सकते हैं। इस कमरे को विवाहित जोड़े को न दें तो अच्छा रहेगा। अगर देना ही है तो इस कमरे मे बहते हुए पानी का झरना या बहते हुए पानी के झरने की तस्वीर न लगाएं। यदि बहते हुए पानी की तस्वीर या झरना लगाएंगें तो रिस्तों में खट्टास आएगी। यह कमरा आप घर के बड़े-बुजुर्गों के लिए भी अच्छा रहेगा। यहाँ पर आप रसोई भी बना सकते हैं। इस कमरे को आप ड्राईंग-रूम या डाईनिंग-रूम भी बना सकते हैं। इस कमरे में आप दक्षिण वाली दीवार के साथ पलंग लगा सकते हैं। इस कमरे में दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम, पश्चिम या पूर्व वाली दीवार पर अल्मारी बना सकते हैं। उत्तर-पूर्व के कोने को हल्का रखें। उत्तर-पूर्व के कोने को हल्का रखें। उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व वाली दीवार पर आप दर्पण लगा सकते हैं लेकिन दर्पण में पलंग न दिखे। इस कमरे को अध्ययन कक्ष बना सकते हैं। पढ़ते समय चेहरा पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।
4. दक्षिण-पूर्व
दक्षिण-पूर्व रसोई के लिए उपयुक्त स्थान है। यह दिशा ऊर्जा प्रदान करती है। यदि यहाँ पर आपने कमरा बनाया हुआ है तो इसे बड़ी शादीशुदा महिलाओं (40 - 45 साल की उम्र वाली) को दें। नवयुवतियों व घर के मुखिया को यह कमरा उतना अच्छा नही रहेगा। घर के मुखिया को यह कमरा देने से चिन्ता का विषय भी नही है। अक्सर लोगों ने भ्रम पाले हुए हैं कि यदि यह कमरा विवाहित जोड़े को देते हैं तो उनकी आपस में लड़ाई-झगड़ा होते रहेंगे। यह भ्रम है, थोड़ी-बहुत नोक-झोंक चलेगी चाहेगी आपका मास्टर बैडरूम आदर्श स्थिती (दक्षिण-पश्चिम) मे ही क्यों न हो, नो-झोक होती है। यदि आप यह कमरा बच्चों को देना चाहते हैं तो दे सकते हैं घबराने की जरूरत नही है। जैसा कि यह दिशा ऊर्जा प्रदान करती है तो यह कमरा उस युवक को, जो पढ़ाई पूरी कर चुका हो व नौकरी करना चाहता है, दे सकते हैं।
यदि आपकी फैक्ट्री है तो यहाँ पर कर्मचारियों के कमरे बना सकते हैं। इस दिशा में कर्मचारियों के कमरे बनाने से आठ-साढ़े आठ बजे सूर्यदेव दक्षिण-पूर्व में आ जाता है तब कर्मचारियों को पता चल जाएगा कि काम का समय हो चुका है। यह दिशा सूर्य की है जो उनको कार्य करने के लिए बल प्रदान करती है।
दक्षिण-पूर्व में आप बांस का पौधा लगा सकते हैं।
दक्षिण-पूर्व वाले कमरे में आप लाल या पीला रंग या इनके मिश्रण के रंग कर सकते हैं।
5. दक्षिण
दक्षिण वाला कमरा घर के मुखिया के लिए बहुत अच्छा है। इस कमरे को आप घर के बड़े-बुजुर्गों को भी दे सकते हैं। आप यह कमरा उन पढ़ने-लिखने वाले बच्चे, नौजवान विवाह योग्य बच्चों, नौकरी करने लायक बच्चों को न दें।
इस कमरे में आप मटमैला (Light brown or light chocolat) रंग करवाएं। काला या नीला रंग न करवाएं। काला रंग प्राकृतिक रोशनी को सोखता है।
6. दक्षिण-पश्चिम
दक्षिण-पश्चिम वाला कमरा घर के मुखिया के लिए बहुत-बहुत अच्छा है। कभी भी भूलकर इस दिशा वाला कमरा घर के पढ़ने-लिखने वाले बच्चों को न दें। इस दिशा का कमरा कभी भी नौजवान बच्चों (जिनकी शादी करनी है) को भी न दें, नही तो इनका मन चिड़चिड़ा हो जाएगा, उनका मन शादी करने का नही करेगा, उनका घर से बाहर जाने का मन नही करेगा, उनकी घर में प्रशासक/तानाशाह जैसी प्रवृति हो जाएगी।
दक्षिण-पश्चिम वाले कमरे में कभी भी गड्डा या शौचालय न बनाएं। यदि इस कमरे में शौचालय बनाना है तो उत्तर-पश्चिम या पश्चिम के कोने में बनाएं। इस कमरे में दक्षिण-पश्चिम में दरवाजा न बनाएं, नही तो जमा पूंजी नही होगी। इस कमरे की खिड़कीयाँ फर्श से 4 - 5 फुट की ऊँचाई पर लगाएं।
7. पश्चिम
दक्षिण-पश्चिम व दक्षिण के बाद यह घर के मुखिया का कमरा हो सकता है। यह कमरा घर की बड़ी महिलाओं को दे सकते हैं।
8. उत्तर-पश्चिम
इस दिशा के कमरे को आप मेहमानों को दे सकते हैं। यदि इस कमरे में आप मेहमानों के लिए शयनकक्ष बनाते हैं तो आपके मेहमान ज्यादा देर तक टिकेंगे नही वे हँसी-खुशी अपने घर जाएंगे। इस कमरे को आप ऐसे नौजवान बच्चों को दे सकते हैं जिसको नौकरी की जरूरत है, जिसको विदेश में जाना हो।
9. केन्द्र
इस कमरे को आप ड्राईंग रूम बना सकते हैं। इस कमरे को आप भोजन कक्ष भी बना सकते हैं। लेकिन इस ड्राईंग रूम में कम व हल्का सामान होना चाहिए।