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घर की अन्त:सज्जा

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ड्राईंग रूम की आदर्श स्थिती उत्तर-पश्चिम है। रसोई की आदर्श स्थिती दक्षिण-पूर्व है।

ड्राईंग रूम: - ड्राईंग रूम में सोफे लगाए जाते हैं। सोफों को दक्षिण-पश्चिम, पश्चिम, दक्षिण में लगाएं। हो सके तो उत्तर व उत्तर-पूर्व में न लगाएं। अगर उत्तर व उत्तर-पूर्व में लगानी है तो हल्की कुर्सियाँ/हल्के सोफे लगाएं। हो सके तो घर के सदस्यों का चेहरा पूर्व या उत्तर की ओर होना चाहिए। उत्तर व पूर्व में सामान दीवार से थोड़ा हट कर लगाएं। ड्राईं रूम में हरे रंग के परदे हों। काले व नीले रंग के परदे न लगाएं।

शयन कक्ष: - घर के मुखिया का शयन कक्ष दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण या पश्चिम में होना चाहिए। शयन कक्ष में पलंग दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम की दीवार के साथ लगा होगा चाहिए उतना ही अच्छा। सोते समय सिर दक्षिण की ओर होना चाहिए। सोते समय सिर पश्चिम या पूर्व में कर सकते हैं। उत्तर दिशा में न करें, नही तो बुरे सपने आएगे, डर लगने लगेगा जिससे आयु कम होगी।

अल्मारी: - घर में अल्मारी दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम में होनी चाहिए। यदि उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व में अल्मारी हो तो इसमें हल्का सामान (कपड़े) रखें।

ड्रेसिंग टेबल: - घर में ड्रेसिंग टेबल पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व में रखें। ड्रेसिंग टेबल में पलंग का प्रतिबिम्ब न आए, इसके लिए आप दर्पण को कपड़े से ढक कर रखें। अगर दर्पण में प्रतिबिम्ब आएगा तो शरीर में दर्द व रिस्तों में खट्टास हो सकती है।

टेलीविजन: - इसको दक्षिण-पूर्व या उत्तर-पश्चिम में ढक कर रखें।

रसोई: - रसोई की आदर्श स्थिती दक्षिण-पूर्व है। रसोई पूर्व, पश्चिम या उत्तर-पश्चिम में भी हो सकती है। लेकिन उत्तर, उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम या दक्षिण में नही होनी चाहिए। रसोई में आग व पानी बहुत महत्त्वपूर्ण हैं। ये दोनों ही तय करते हैं कि रसोई किस हद तक ठीक है।

चुल्हा: यदि चुल्हा पूर्व या दक्षिण-पूर्व में होगा तो घर में खाना बनाने वाली स्त्रियों का स्वभाव अच्छा रहेगा। कभी भी चुल्हा उत्तर, उत्तर-पूर्व, दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम में न हो। रसोई में इन दिशाओं में चुल्हा रखने के प्रभाव भी रसोई अन्य दिशाओं में बनाने जैसे हो सकते हैं।

पानी: रसोई में पानी हमेशा ही उत्तर, उत्तर-पूर्व, या पश्चिम में हों। दिशा ठीक है लेकिन आप उसमें झूठे बर्तन साफ करके रखेंगे। य​दि आप पूर्व या दक्षिण-पूर्व में चुल्हा रखते हैं व सिंक (Sink) उत्तर-पूर्व में बनाते हैं तब आग व पानी एक सीध में आ जाएंगे। ऐसी स्थिती में घर में मतभेद हो सकते हैं जो धीरे-धीरे मनभेद बन सकते हैं।

फ्रीज: उत्तर-पश्चिम, पष्चिम या दक्षिण-पूर्व में हो।

कपबोर्ड: सामान रखने के लिए दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम में कपबोर्ड बनाएं।

ओवेन: उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पूर्व, पश्चिम या पूर्व में रखें।

 

आग व पानी कभी एक सीध में न हों। यदि एक सीध में आ जाते हैं तब इन दोनों के बीच में विभाजन के लिए ग्लास या पत्थर की पट्टी लगा सकते हैं।

<<दिशा से दशा बदलो - विषय

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